हाय रे कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय निरंतर रहता है सुर्खियों में, प्राशासनिक लाचर्ता कहें या छात्राओं की मजबूरी
150 मीटर तक क्यों उठाने पड़ रहे हैं छात्राओं को मटके
अनुप सिंह
मझिआंव नगर पंचायत कार्यालय के समीप कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के कक्षा छ: से दसवीं तक की आठ छात्राओं को मंगलवार को शाम 5:30 से 5:45 बजे के बीच विद्यालय से 150 मीटर की दूरी पर सड़क पार कर मटके में पानी भर देखा गया। क्या इसमें प्रशासनिक लाचर्ता कहा जाए या छात्राओं की मजबूरी कहा जाए। यह बात समझ से बाहर है। क्योंकि एक ओर सरकारी गाइडलाइंस के अनुसार छात्रा कैंपस से बाहर नहीं निकल सकती हैं अगर निकलते भी हैं तो वहां के वार्डन या शिक्षिका का होना जरूरी है। लेकिन वहां पर उपस्थित लोगों ने यह भी सवाल उठाया की कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय नगर पंचायत क्षेत्र में स्थित है और कस्तूरबा विद्यालय की छात्राओं को पानी के लिए जूझना पड़ रहा है। इधर पानी भरने के दौरान जब छात्राओं से पूछा गया कि क्या पानी की समस्या है तो उन्होंने कोई जबाब नहीं दिया। इस दौरान छात्रायें काफी भयभीत लग रही थीं। जब छात्राओं से पूछा गया कि इतनी दूर से सड़क मुख्य सड़क पार कर पानी लेने आ रही हैं तो एक्सीडेंट होने पर इसका कौन जिम्मेदार होगा। इसपर वे चुप रहीं और पानी लेकर चली गयी। बताया जाता है कि विद्यालय की वार्डेन अर्पणा कुमारी संध्या पांच बजे अपने घर चली गई हैं। इस बारे में पानी भरने आयी छात्राओं के साथ आये गार्ड बीरेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि वार्डन मैडम कोई काम से बीआरसी कार्यालय कह कर शाम साढ़े चार बजे के लगभग गई हैं। वहीं दूसरी ओर पुछे जाने पर गार्ड ने यह भी बताया कि सप्ताह में निरंतर तीन से चार दिन मैडम नहीं रहती हैं किसी काम से चली जाती हैं।
गार्ड ने पानी लेने के संबंध में बताया कि छात्राएं अंदर से आई और कहीं की पीने के लिए अंदर का ठीक नहीं है चापाकल से लाते हैं। इसीलिए हम छात्राओं के साथ आए हैं।
इधर पास में स्थित दुकानदारों ने कहा कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की छात्रा लगभग कई दिनों से पानी लेने इसी तरह आते हैं।
इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मझिआंव कस्तूरबा विद्यालय की कई बार जांच की गई है। वहाँ कई तरह की कमियां हैं। वार्डेन घर चली जाती हैं, यह गंभीर बात है। साथ ही छात्रायें सड़क पार कर पानी लेने जा रही हैं, इसकी जांच कर कार्रवाई की जायेगी।