गढ़वा- झारखंड प्रदेश यादव महासभा की प्रदेश समिति की एकदिवसीय कार्यशाला सह बैठक का आयोजन रविवार को राँची के सहजानंद चौक स्थित स्वागतम बैंक्विट हॉल में किया गया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष बजरंगी प्रसाद यादव, कार्यकारी अध्यक्ष रामाशीष यादव, महासचिव इंद्रजीत यादव समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए बुद्धिजीवी वर्ग, नौजवान साथी और बड़ी संख्या में समाज के लोग उपस्थित रहे।
बैठक में जातिगत जनगणना में पारदर्शिता, झारखंड में शीघ्र नगर निकाय चुनाव, अहीर रेजिमेंट की माँग, भव्य श्रीकृष्ण-राधा मंदिर निर्माण, शिक्षा व संस्कार के प्रसार तथा धर्मशाला भवन निर्माण जैसे सामाजिक एवं सांस्कृतिक मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।
अपने संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष बजरंगी प्रसाद यादव ने कहा कि हमारे समाज की माँगें केवल यादव समाज तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पूरे राज्य के सामाजिक विकास और न्याय के लिए अहम हैं। जातिगत जनगणना की प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए। साथ ही वर्षों से लंबित अहीर रेजिमेंट की माँग पर सरकार को ठोस कदम उठाना चाहिए। यह हमारे समाज का हक है और इसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
वहीं कार्यकारी अध्यक्ष रामाशीष यादव ने नगर निकाय चुनावों में पारदर्शिता और ओबीसी आरक्षण पर सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य सरकार को बहुत पहले ही नगर निकाय चुनाव करा देना चाहिए था। अब जब माननीय न्यायालय के आदेश पर चुनाव की संभावना है, तो इसमें ट्रिपल टेस्ट प्रक्रिया भी पारदर्शी ढंग से होनी चाहिए। राज्य और केंद्र दोनों को मिलकर ओबीसी आरक्षण को निष्पक्ष व न्यायपूर्ण ढंग से लागू करना होगा।
उन्होंने आगे कहा कि यादव समाज हमेशा सामाजिक विकास की धुरी रहा है। इसलिए सरकार को समाज की माँगों को शीघ्र पूरा करना चाहिए। भव्य राधा-कृष्ण मंदिर निर्माण, अहीर रेजिमेंट की स्वीकृति, शिक्षा एवं संस्कार का प्रसार, धर्मशाला भवन निर्माण और संगठन को मज़बूत बनाने जैसे मुद्दे समय की माँग हैं।
बैठक में उपस्थित हजारों कार्यकर्ताओं और समाज के लोगों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि यादव समाज के हक और सम्मान की लड़ाई को और मज़बूती से आगे बढ़ाया जाएगा।