योजना स्थल से हटकर गैरमजरुआ जमीन में बनाया गया मनरेगा का डोभा
बरडीहा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मनरेगा के तहत डोभा निर्माण कार्य में भारी अनियमितता देखा जा रहा है। वहीं ग्राम पंचायत बरडीहा में डोभा निर्माण कार्य लेबर डिमांड से पहले ही पुर्ण करने, और कार्य स्थल से हट कर गैरमजरुआ जमीन में बनाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। मामला प्रकाश में आने पर 28 मई को बरडीहा पावर ग्रिड एवं निर्माधीन पानी टंकी के समीप कार्य स्थल पर देखा गया कि जगनारायण यादव के खेत में जिसका वर्क कोड 3040701002/IF/7080904102389 में डिमांड लगने से पहले ही डोभा निर्माण कार्य जेसीबी मशीन के माध्यम से लगभग पूरा किया जा चुका है। वहीं इस संबंध में वहां के ग्रामीणों ने नाम नहीं उजागर करते हुए बताया कि यह डोभा मनरेगा से बनाया गया है। जबकि इस डोभा का कार्य स्थल कहीं और का है, लेकिन यह डोभा गैरमजरुआ जमीन में बनाया गया है। लोगों ने कहा कि जहां मजदूरों को लगा कर काम करना है वहां जेसीबी मशीन से कार्य किया गया है। जबकि प्रखंड क्षेत्र से मजदूर दुसरे राज्यों में पलायन कर मजदुरी करने पर विवस हैं। और यहां जेसीबी मशीन से मनरेगा योजना का काम पुरा किया जा रहा है। कुछ नागरिकों ने बताया कि पंचायत के ग्राम रोजगार सेवक शंकर सिंह एवं अन्य कर्मचारियों के मिली भगत से मनरेगा योजना में गड़बड़ी किया जा रहा है। इधर इस संबंध में मरेगा पोर्टल पर देखा गया तो पाया कि यह योजना जगनारायण यादव के खेत में 2025-26 वित्तीय वर्ष का डोभा निर्माण कार्य 4 लाख 92 हजार 30 रुपए की लागत से 90 फीट लंबा 90 फीट चौड़ा एवं 10 फीट गहराई का बनाया जाना है। जबकि कार्यस्थल पर नहीं होने के बावजूद इस योजना में मास्टर रोल संख्या 3975, 3976 एवं 3977 में लेबर डिमांड लगाया गया है। इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी प्रखंड विकास पदाधिकारी राकेश सहाय ने बताया कि इस संबंध में प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी से जांच प्रतिवेदन मांगा हूं। इसके साथ-साथ अगर इस तरह का मामला है तो दोषी कर्मियों एवं लाभुकों को बक्सा नहीं जाएगा,और विधि संवत कार्रवाई किया जाएगा। इसके साथ इस योजना को मैं स्वयं जांच करुंगा।