मझिआंव एवं बरडीहा प्रखंड क्षेत्र के तमाम मुस्लिम बहुल क्षेत्र में बकरीद का त्यौहार शांतिपूर्ण एवं भाईचारे के साथ संपन्न हुआ। इस दिन मुस्लिम समाज के लोगों ने अपने-अपने स्थानीय मस्जिदों में सामूहिक नमाज अदा की।उसके बाद एक दूसरे को मुबारकबाद दिया। बकरीद का त्यौहार ईद उल अजहा हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है। इस दिन इस्लाम धर्म के लोग बकरी की कुर्बानी देते हैं। मान्यता है कि इस्लाम में सिर्फ हलाल के तरीके से कमाए हुए पैसों से ही कुर्बानी जायज मानी जाती है। ईद उल अजहा का पर्व पैगंबर हजरत इब्राहिम (अलैहिस सलाम) कि आजमाइश से जुड़ा हुआ पर्व है। मान्यता के अनुसार इस दिन अल्लाह ने उनकी निष्ठा की परीक्षा लेने के लिए वह अपने सबसे प्रिय पुत्र इस्माइल की कुर्बानी दी थी। तभी से यह त्यौहार ईद उल अजहा (बकरीद) के रूप में मनाया जाता है।
इस दौरान मझिआंव प्रखंड क्षेत्र के मझिआंव,कामत, मोरबे,घुरुवा,तलस बरिया,चन्दना,जोगीबीर,शकरकोनी आदि गांव में स्थित मस्जिदों में नमाज अदा की गई।इसी प्रकार बरडीहा प्रखंड क्षेत्र के लेभरी, आदर,सुखनदि, जातरो बंजारी,बभनी एवं सेमरी गांव में भी अकीकाद के साथ मस्जिदों में नमाज अदा की गई।