मझिआंव:-प्रखंड क्षेत्र के चंद्रपुरा गांव निवासी वृद्ध शेख आलमगीर अपने पोता एवं पोती का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पिछले तीन माह से ब्लॉक एवं रेफरल अस्पताल का चक्कर लगा रहे है। इस संबंध में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मेरी बहू हुस्न आरा को प्रसव पीड़ा के पश्चात सहिया सुशीला देवी के द्वारा 5.11.2019 को रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।जहां एक लड़की ने जन्म ली थी। उसके पश्चात तीन साल के बाद 11.07.2022 को पुनः प्रसव के लिए सहिया सुशीला देवी के द्वारा ही रेफरल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां उसने एक लड़के को जन्म दिया था। मैं पिछले तीन माह से दोनों बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए रेफरल अस्पताल एवं ब्लॉक का चक्कर काट रहा हूं।लेकिन आज तक मेरा जन्म प्रमाण पत्र नहीं बन पाया।साथ ही उन्होंने कहा कि रेफरल अस्पताल में आता हूं तो यहां से बोला जाता है की ब्लॉक में जाइए,और ब्लॉक में जाने के बाद बोला जाता है की दोनों बच्चों का जन्म रेफरल अस्पताल में हुआ है, तो इनका जन्म प्रमाण पत्र भी वहीं से बनेगा। जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण मेरी 6 वर्षीय पोती असीबा खातून एवं तीन वर्षीय पोता शेखर अरमान का आधार कार्ड, विद्यालय में नामांकन एवं राशन कार्ड में नाम नहीं जुट पा रहा है।
इधर इस संबंध में रेफरल अस्पताल प्रभारी गोविंद प्रसाद सेठ ने बताया कि विभागीय निर्देश के आलोक में जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र के निबंधन लिए समय निर्धारित किया गया है। घटना तिथि से 21 दिनों के अंदर सूचना देने पर जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र का निबंधन निशुल्क किया जाता है। कहा की 30 दिन एवं 1 वर्ष से ऊपर नीबंधन कराने के लिए के लिए जिला सांख्यिकी पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी के आदेश पर किया जाता है।साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए लोगों के द्वारा आवेदन दिए जाने के बाद जिला सांख्यिकी विभाग को फॉरवर्ड कर दिया जाएगा।