गढ़वा झारखंड आंदोलन के प्रणेता और वरिष्ठ नेता गुरु शिबू सोरेन अब इस दुनिया में नहीं रहे। वे 81 वर्ष के थे। उन्होंने दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली। उक्त बात की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से उनके पुत्र सह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दी है। वे बीते कुछ समय से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
शिबू सोरेन, जिन्हें पूरे झारखंड में ‘दिशोम गुरु’ के नाम से जाना जाता था, आदिवासी समाज की आवाज रहे हैं। उन्होंने बिहार से झारखंड बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके निधन की खबर से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई हैं। राजनीतिक और सामाजिक संगठनों में मातम पसरा हुआ है।
इधर सोशल मीडिया के माध्यम से बिश्रामपुर विधायक नरेश प्रसाद सिंह, पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर, सहित अन्य राज्य नेताओं एवं समाजसेवियो ने दुख प्रकट किया है।