मझिआंव:-झारखंड राज्य के संस्थापक सह पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर प्रखंड सह अंचल कार्यालय में शोक सभा का आयोजन किया गया। वहीं दूसरी ओर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष एसएन त्रिपाठी क्या नेतृत्व में मंडल अध्यक्ष कार्यालय में शोक सभा आयोजन किया गया।
इस दौरान प्रखंड सह अंचल कर्मियों एवं झामुमो कार्यकर्ताओं ने 2 मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की। उसके पश्चात सभी लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान प्रखंड नाजिर जितेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिता एवं झारखंड राज्य के प्रणेता दीशोम गुरु शिबू सोरेन की आकस्मिक मौत से झारखंड राज्य को अपूरणीय क्षति हुई है। उनकी मौत की खबर की पुष्टि होते ही झारखंड सरकार ने 3 दिन का राजकीय शोक दिवस घोषित किया है। इस दौरान शोक सभा में प्रखंड एवं अंचल के तमाम कर्मी शामिल थे।
वहीं झामुमो प्रखंड अध्यक्ष डॉक्टर एस एन त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि शिबू सोरेन झारखंड के मसीहा थे और आंदोलन का कार्य भी थे। उन्होंने बिहार से झारखंड बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। बिहार सरकार में मंत्री रहते हुए भी बिहार से अलग होने के लिए लड़ाई लड़ते रहे। और अंत में उन्होंने बिहार से 14 नवंबर 2000 में झारखंड को अलग राज्य बनवाए। उन्होंने कहा कि उनके निधन से झारखंड को आप पूर्णिय छाती हुई है इसे भरपाई नहीं की जा सकती है। इस दौरान मौके पर नगर मंडल अध्यक्ष आनंद किशोर तिवारी, सचिव, सत्येंद्र सिंह, डॉक्टर धनंजय सिंह, नंदलाल राम, प्रकाश ठाकुर सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।