कांडी-प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल पर गुरुवार को एक बैठक का आयोजन किया गया।समिति के सचिव पंडित मुरलीधर मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में समिति के सभी कोटि के सदस्य शामिल हुए।इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।जिसमें यह निर्णय लिया गया कि माँ सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति से जुड़े हुए किसी भी सदस्य के साथ अगर कोई आपात स्थिति आती है तो उस स्थिति में उसे तत्काल सहायता प्रदान किया जा सके।जिसके लिए एक सहायता कोष का होना जरूरी है।
इस सहायता कोष का नाम माँ सतबहिनी आपदा कोष झरना परिवार रखा गया।यह खाता पूर्व के खाता से अलग समिति के सचिव व कोषाध्यक्ष के नाम से खोलवाया जाए ताकि आने वाली रकम खाता में जमा हो सके।साथ ही यह निर्णय लिया गया कि इस कार्यक्रम की शुरुआत सितम्बर 2025 से कर दिया जाए।साथ हीं यह भी तय किया गया कि समिति के सभी सदस्य महीना के एक से 10 तारीख तक अपना सदस्यता शुल्क 100 रुपया नगद या खाते में अवश्य जमा कर देंगे।एक बार में एक महीना से अधिक महीने का भी सदस्यता शुल्क जमा किया जा सकता है।यह भी निर्णय लिया कि जो भी सदस्य लगातार तीन महीना तक राशि जमा नही करते हैं तो उन्हें समिति से अलग समझा जाएगा।फरवरी 2926 में होने वाले यज्ञ में झारखण्ड के पर्यटन मंत्री , धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष व सभी सदस्य तथा जिला के वरीय पदाधिकारियों को आमंत्रित कर उनका स्वागत समारोह का आयोजन करना आवश्यक है।
इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि महा मंडलेश्वर जी का अलग कुटिया बनवाकर उन्हें सर्व साधारण के दर्शन हेतु सुबह – शाम एक एक घण्टा बैठने की व्यवस्था किया जाना आवश्यक है।
इस बैठक में विधायक प्रतिनिधि अतीस कुमार सिंह, सुदर्शन तिवारी,गोरख नाथ सिंह,अनुज कुमार पांडेय, विभूति नाथ द्विवेदी,प्रवीण पाण्डेय,रमेश तिवारी,रघुनंदन राम,देवी दयाल राम,प्रमोद कुमार सिंह,बटेश्वर सिंह,जय किशुन राम सहित कई लोग उपस्थित थे।