कांडी:- प्रखंड निवासी मो. हारून खान आज बेहद दयनीय परिस्थितियों में जीवन बिता रहे हैं। बरसात के मौसम में उनका मिट्टी का घर भी गिर गया, जिसके कारण अब उनके पास रहने के लिए छत तक नहीं बची है।
जानकारी के अनुसार, हारून खान पहले मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे, लेकिन एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद उनका चलना-फिरना बंद हो गया और वे दिव्यांग हो गए। अब परिवार की जिम्मेदारी उनके पिता जमील खान के कंधों पर है, जो मजदूरी कर किसी तरह घर का खर्च उठाते हैं। हारून की माँ और बहन भी उनके साथ ही रहती हैं।
बरसात का पानी घर में घुस जाने से परिवार चैन की नींद भी नहीं ले पा रहा है। इसके बावजूद हारून जब भी नया घर बनाने की कोशिश करते हैं, तब पड़ोस के लोग उनकी भूमि पर कब्ज़ा करने का प्रयास करते हैं,गाली गलौज धमकी देते है।
इतना ही नहीं, उनके पास दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी नहीं है, जिसके कारण वे सरकारी योजनाओं से वंचित हैं।
इस पूरे मामले में सामाजिक कार्यों से जुड़े दृष्टि यूथ ऑर्गेनाइजेशन के प्रधान सचिव शशांक शेखर ने हारून खान के घर जाकर हालात का जायजा लिया। शशांक ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट कर आग्रह किया है कि हारून खान को उनका हक दिलाते हुए सरकारी लाभ उपलब्ध कराया जाए।
शशांक ने आश्वस्त किया है कि वे अपने स्तर से भी हरसंभव मदद करेंगे।