मझिआंव: शारदीय नवरात्र सुरु होते ही मझिआंव एवं बरडीहा प्रखंड क्षेत्र पूरी तरह से भक्तिमय हो गया है।
इस अवसर पर मझिआंव दुर्गा मंदिर, काली मंदिर, शिव मंदिर,चन्द्री स्थित गायत्री शक्तिपीठ मंदिर, बकोइया देवी मंदिर, आमर सूर्य मंदिर एवं गायत्री मंदिर, खजूरी शिव मंदिर,बूढ़ी खाँड़ बजरंग बली मंदिर खरसोता मंदिर,ऊँचरी शिव एवं काली मंदिर, रपुरा शिव मंदिर,दलको ठाकुर जी मंदिर,गोपालपुर शिव मंदिर, आछोडीह भगवान नारायण मंदिर,करुइ माँ कामाख्या मंदिर,एवं दुबेतहले सूर्य मंदिर तथा अखौरी तहले देवी मंदिर सहित प्रायः सभी गांवों के दुर्गा पूजा पंडालों में माँ दुर्गा की पूजा के लिए जल यात्रा निकालकर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश स्थापना की गई।और विधिवत पूजा अर्चना सुरु हो गई।
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार में गायत्री परिवार के संस्थापक गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा 1926 में जलाये गये अखंड ज्योति एवं माता भगवती देवी शर्मा के जन्म शताब्दी के सौ साल पूरा होने के उपलक्ष्य में मझिआंव के चन्द्री स्थित गायत्री शक्तिपीठ में माता गायत्री के समक्ष लगातार 11वर्षों तक अखंड ज्योति जलाने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में गायत्री शक्तिपीठ पर आये राधा कृष्ण मंदिर के महंत बाल ब्रह्मचारी साधु बाबा केशवनारायण दास,गायत्री परिवार के प्रखंड संयोजक नागेन्द्र सिंह, जिला ट्रष्टि सह केंद्रीय टोली सदस्य अच्युतानंद तिवारी, युवा मंडल के जिला संयोजक बिरेन्द्र सोनी आदि साधकों द्वारा संयुक्त रूप से वैदिक मंत्रोच्चार एवं गायत्री महामंत्र के साथ अखण्ड ज्योति जलाई गई। इस अवसर पर नवरात्रि तक पांच लाख गायत्री महामंत्र जाप का संकल्प लिया गया। मौके पर देवमुनि विश्वकर्मा, बेचन राम, अशोक गुप्ता, अशोक चौरसिया, सुनीता चौरसिया, संतोषी देवी, सोनम कमलापुरी, फुलझड़ी देवी, सारो देवी सहित सभी गायत्री परिजन उपस्थित थे।