बरडीहा प्रखंड के गांव जीका 2 के आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका व सहायिका चयन में भारी अनियमितता का आरोप लगाते हुए आक्रोशित ग्रामीणों ने केंद्र में ताला जड़ने का मामला प्रकाश आया है। उनका आरोप है कि इस संबंध में वे उपायुक्त गढ़वा को 29 अगस्त को पत्र दिये थे लेकिन इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद ग्रामीणों द्वारा दुबारा 07 अक्टूबर को उपायुक्त महोदय को शिकायत पत्र दिया गया है। जिसमें ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका के चयन में ग्रामीणों को धोखे में रखा गया।और बिना आम सभा किये ही रुपयों के बल पर आंगनबाड़ी सेविका के पद पर श्रीमति चमेली पाल पति धर्मेंद्र पाल एवं सहायिका के पद पर पार्वती देवी पति अमरेश राम का चयन कर लिया गया।
साथ ही शिकायत पत्र में यह भी कहा गया है कि चमेली पाल के घर मे छह लोग सरकारी सेवा में हैं।और सेविका से अधिक योग्यताधारी महिला गांव में उपलब्ध हैं इसकी भी अनदेखी की गई। ग्रामीणों द्वारा उपायुक्त से सेविका सहायिका का चयन प्रक्रिया रदद करते हुए इस अनियमितता में शामिल सभी पदाधिकारी एवं कर्मियों पर कानूनी कार्रवाई करते हुए नियमानुकूल पारदर्शी तरीके से सेविका व सहायिका का चयन करने की मांग की गई है। इधर साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि 2012 में मुखिया चुनाव के दौरान सरोजा देवी ने जब इस्तीफा दिया उसके बाद ग्राम सभा हुआ ही नहीं है। मांग करने वाले लोगों में लक्ष्मी शंकर पाल, प्रियरंजन पाल, मनोज पाल, राजू पासवान एवं फूलमती देवी आदि के नाम शामिल है।