रमना सिलीदाग पंचायत के बिवाटिकर टोला में गुरुवार को प्रवासी मजदूर हरिकिशुन उरांव का शव पहुंचते ही स्वजनों में मातम छा गया। लाला उरांव के 28 वर्षीय पुत्र हरिकिशुन उरांव करीब दो सप्ताह पहले अपने साथियों के साथ पंजाब के अनंतपुर में मजदूरी करने गया था। 21 अक्टूबर की रात अचानक उन्हें पेट में तेज दर्द उठा। साथ में काम करने वाले मजदूरों ने अस्पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत्य घोषित कर दिया।
गुरुवार शाम करीब चार बजे जब शव गांव पहुंचा तो स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। मौके पर मुखिया अनीता देवी ने शोकाकुल परिवार को सांत्वना देते हुए हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
हरिकिशुन उरांव अपने पीछे पत्नी और तीन माह के एक शिशु के अलावा भरे-पूरे परिवार को छोड़ गए। परिजनों का कहना है कि वे घर के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार गांव में ही कर दिया गया|