बरडीहा प्रखंड में मनरेगा योजना में अनियमितता का आलम ऐसा है कि रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मजदूर के डिमांड डालने के पहले ही तालाब खुदा हुआ और पूर्ण देखा जा रहा है।
बरडीहा प्रखंड मुख्यालय से महज 200 मीटर की दूरी पर बरडीहा पंचायत में मनरेगा योजना से स्वीकृत ” पुष्पा चौबे के खेत में (तालाब) डोभा निर्माण” वर्क कोड (3407010002/IF/7080904129902) है। इसका मजदूर के लिए 09 जून 25 को मनरेगा कर्मियों द्वारा डिमांड डाला गया है। जब कि कारण क्या था कि इसके पूर्व 26 मई 2025 से 8 जून 2025 तक का डिमांड फॉर्म जीरो कर दिया गया है। इधर बताया जाता है कि मजदूर का डिमांड डालने के बाद तालाब निर्माण के लिए मजदूर से खुदाई करवाया जाता है। लेकिन इस प्रखंड में ठीक इसका उल्टा देखने को मिल रहा है,और सरकार के सारे नियम कानून ताक पर रखकर काम किये जा रहे हैं,और करवाये जा रहे हैं। इस तरह से प्रखंड क्षेत्र में सैकड़ो डोभा निर्माण कार्य पर सवाल उठाए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार तालाब को जेसीबी मशीन से खुदवाने के बाद मजदूर लगाकर मशीन का निशान मिटा दिया जा रहा है। बताया जाता है कि निचले स्तर के मनरेगा कर्मियों की मिली भगत से इस तरह के दर्जनों तालाब एवं डोभा देखे जा सकते हैं,जिसकी खुदाई जेसीबी मशीन से पहले की गई है। यही नहीं कई स्थानों पर तो पुराने डोभा में ही डोभा बना दिया गया है। इस तरह कार्य लगभग सभी पंचायतों में देखा जा सकता है।
इस संबंध में पूछने पर बरडीहा प्रखंड के बीडीओ सह सीओ राकेश सहाय ने बताया कि इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।