जिला उपायुक्त एवं जिला चिकित्सा पदाधिकारी के निर्देशानुसार मझिआंव रेफरल चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर गोविंद प्रसाद सेठ के द्वारा बुधवार को पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी सुनील कुमार तिवारी सहयोग से थाना के पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को इमरजेंसी स्वास्थ्य लाभ से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान सड़क दुर्घटना, नदी या तालाब में डूबने, सर्प दंश सहित अन्य दुर्घटनाओं से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। विशेष जानकारी देते हुए डॉक्टर गोविंद प्रसाद सेठ ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि वाहन दुर्घटना के दौरान सबसे पहले दुर्घटना में घायल लोगों को रक्त बहाव को रोकने से संबंधित, इसके बाद तत्काल अस्पताल भेजना, और स्वास्थ्य विभाग को सूचना करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि वाहन दुर्घटना में अधिकतर विलंब होने के कारण अधिकतर घायल व्यक्तियों को खुन बह जाता है, जिसके कारण अधिकतर मौत हो रही है। इसी तरह से अन्य दुर्घटनाओं में भी लोगों को सबसे पहले स्वास्थ्य लाभ दिलाना प्राथमिकता रखा जाए ताकि लोगों का अनमोल जिंदगी बचाई जा सके। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में सांप के काटने के बाद लोग विलंब करते हैं वह विलंब ना हो और झाड़ फूंक से बचते हुए सबसे पहले अस्पताल पहुंचे इसके लिए भी लोगों को जागरूक करना हम सबों का कर्तव्य बनता है। इसके साथ-साथ डॉक्टर गोविंद प्रसाद सेठ के द्वारा पुलिस पदाधिकारीयों एवं कर्मियों का स्वास्थ्य जांच भी किया गया।
इस दौरान मौके पर स्वास्थ्य विभाग के एमपीडब्ल्यू संजय मिश्रा, एस आई संजय कुमार , चंदन प्रधान, एएसआई आलोक कुमार, विद्याधर छुआ, कामेश्वर राम, पुलिसकर्मी मिथिलेश तिवारी, स्वास्थ्य कर्मी अनुज पांडे विकास कुमार सहित अन्य लोग भी मौजूद थे।