झारखंड में पहला संगठित कुख्यात अपराधी ने पलामू पुलिस के समक्ष किया है आत्मसमर्पण
गढ़वा- कुख्यात आपराधिक गिरोह का सरगना गौतम कुमार सिंह उर्फ डब्ल्यू सिंह ने पलामू पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार डब्ल्यू सिंह झारखंड में पहला ऐसा आपराधिक गिरोह का सरगना है जिसने पुलिस के सामने अपने हथियार डाल दिए हैं।
बताते चलें कि 3 जून 2020 को पलामू के मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र में कुख्यात गैंगस्टर कुणाल सिंह की हत्या हुई थी। इस हत्याकांड का आरोप डब्लू सिंह गिरोह पर लगा था, जिसके बाद से डब्लू सिंह लगातार फरार चल रहा था। डब्लू सिंह मुख्यधारा में शामिल होते हुए पलामू पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।
इधर पलामू एसपी रीष्मा रमेशन के द्वारा बताया गया कि रविवार रात 10.30 बजे डब्लू सिंह मेदिनीनगर टाउन थाना पहुंचा था और उनके समक्ष आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण में मेदिनीनगर के पूर्व थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार की बड़ी भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार अभियान चला रही है, मुख्यधारा में शामिल होने वाले नक्सलियों एवं संगठित अपराधियों के लिए कई योजना है। संगठित अपराध के खिलाफ भी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस की अपील है कि संगठित अपराध से नहीं जुड़ें। वे मुख्यधारा में शामिल हों। न्यायिक प्रक्रिया पर पुलिस सहयोग भी करेगी।
कुख्यात अपराधी डब्लू सिंह ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण के बाद कहा कि वह अब एक सामान्य जीवन जीना चाहता है।
डब्लू सिंह पर 40 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। झारखंड पुलिस ने डब्लू सिंह पर पांच लाख रुपए का इनाम प्रस्तावित था। जबकि 2016 में पलामू कोर्ट ने डब्लू सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी थी। बाद में वह जमानत पर कोर्ट से बाहर निकला था। उसके बाद से वह फरार चल रहा था।
बताते चलें कि गौतम कुमार सिंह उर्फ डब्लू सिंह मूल रूप से पलामू के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के फुलांग का रहने वाला है। 2006-07 से डब्लू सिंह अपराध की जगत में सक्रिय रहा है। डब्लू सिंह का नेटवर्क पलामू जिला के साथ साथ गढ़वा, लातेहार, रांची समेत कई इलाकों में फैला हुआ था। पलामू पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार डब्लू सिंह पर 37 मामले दर्ज हैं।