लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन पूरे कांडी प्रखण्ड क्षेत्र में खरना पूजा विधि विधान से सम्पन्न हुआ। व्रतियों ने अपने आस पास नदी ,सरोवर व तालाब व चापानल पर स्नान कर अस्ताचलगामी भगवान भाष्कर को अर्घ्य अर्पण किए।उसके बाद सभी व्रतियों ने अपने आँचल में नदी का मिट्टी लेकर स्थल पर रख कर स्थल को जगाया व धूप अगरबती जलाकर पूजा अर्चना किए साथ हीं सूर्य भगवान का छठ गीत की स्वर लहरियों से पूरा वातावरण भक्ति मय हो रहा था।
गगरा में बड़ी शुद्धता के साथ पानी लाकर खीर व रोटी बनाकर चाँद डूबने से पहले प्रसाद ग्रहण किए। प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल पर छठ व्रतियों की काफी भीड़ देखा गया ।यहाँ पर प्रखण्ड सहित दूसरे प्रखण्ड से भी बड़ी संख्या में छठ व्रती यहाँ पहुँच कर छठ व्रत का अनुष्ठान शुरू किए।सतबहिनी झरना स्थित सभी तीन छठ घाट,मेला मैदान,झरना घाटी,नवीन यज्ञ शाला से पूर्व मैदान,महावीर मन्दिर के नीचे व प्रथम तल सूर्य मंदिर प्रांगण, सामुदायिक भवन सहित अन्य सभी जगहों पर छठ व्रति पूजा अर्चना करते देखीं गयीं।
उधर प्रखण्ड मुख्यालय स्थित पोखरा स्थित टेम्पल इन वाटर सूर्य मंदिर के छठ घाट पर भी व्रतियों ने कृत्रिम झरना में स्नान कर सूर्य भगवान को अर्घ्य प्रदान किए।यहाँ पर कांडी के अलावे, नैनाबार, रतनगढ़, बहेरवा,ढबरिया ,काचर ,ओलमा,भंडरिया,सुंडीपुर,सोहगाड़ा,मोखापी,राणाडीह सहित आस पास के गाँव की हजारों व्रती छठ व्रत का अनुष्ठान शुरू किए।
छठ पूजा समिति के अध्यक्ष कृष्णा वारी ने बताया कि छठ पूजा की सभी तैयारी पूरा कर लिया गया है। छठ व्रतियों की सुविधा के लिए ध्यान रखा गया है ।छठ घाट पर व्रतियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह मुस्तैद दिखी।साथ ही पुलिस गस्ती दल भी थाना क्षेत्र का भ्रमण करते देखी गयी।इसके अलावे सोन व कोयल नदी तट से सटे गाँव की व्रतियों ने नदी में छठ पूजा किए।