मझिआंव एवं बरडीहा प्रखंड क्षेत्र में उदीयमान भगवान भास्कर के अर्घ्य के साथ ही तीन दिवसीय छठ महांपर्व का समापन हो गया। इस अवसर पर छठ व्रतियों द्वारा भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद घाट पर ही हवन कर छठ पूजा का समापन किया गया।
इस अवसर पर मझिआंव में कोयल नदी के तट पर स्थित मेला घाट, पानी टंकी घाट, बैलगाड़ी घाट, मंदिर घाट,बकोइया घाट,आमर सूर्य मंदिर घाट,गहेड़ी घाट, बूढ़ी खाँड़ घाट, खरसोता घाट, मोरबे घाट,पर श्रद्धालुओं एवं छठ व्रतियों की भारी भीड़ उमड़ी। इसी तरह बांकी नदी के तलसबरिया घाट, दलको एवं ओबरा घाट, बिछी घाट, टड़हे घाट, दवनकारा घाट, कसया नदी के करुइ घाट आदि सभी छठ घाटों पर स्थानीय पूजा समिति,छठ व्रती एवं जन प्रतिनिधि के सहयोग से लाइटिंग व पूजा पंडालों को आकर्षक सजावट की गई थी। इस दौरान मझिआंव एवं बरडीहा प्रखंड के सभी छठ घाटों पर मेले जैसा दृश्य देखा गया।
मझिआंव मेला घाट पर गंगा आरती व भक्ति जागरण का आयोजन
छठ पूजा के अवसर पर सोमवार को शाम में मझिआंव के कोयल नदी मेला छठ घाट पर निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष सुमित्रा देवी द्वारा भक्ति जागरण का आयोजन किया गया। जबकि युवा समाजसेवी मारुति नंदन सोंनी द्वारा उत्तरप्रदेश के वाराणसी से पांच विद्वान आचार्यों को बुलाकर कोयल नदी पर भव्य गंगा आरती कराई गई। जिसमे भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा आरती देखने के लिए उमड़ पड़े।
इस दौरान मझिआंव के सभी छठ घाटों पर पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से ब्यवस्था संभाली,और आवागमन को बाधित नही होने दिया।