शनिवार की रात्रि आठ बजे माइक्रो फाइलेरिया सर्वे 2025 जाँच अभियान की शुरुआत रमना प्रखंड क्षेत्र के सिलीदाग पंचायत की मुखिया अनीता देवी ने फीता काट कर किया। साथ ही फाइलेरिया जाँच का प्रारम्भ मुखिया अनीता देवी एवं मुखिया पति दिलीप ठाकुर ने खून का नमूना देकर किया।
इस मौके पर एमटीएस वीजय कुमार पाठक ने फाइलेरिया एक संक्रमित बीमारी है जो मच्छरों के काटने से एक -दूसरे में फैलता है। इस बीमारी को हाथी पाँव के नाम से जाना जाता है। इस लाईलाज बीमारी का प्रारंभ में ही उपचार संभव है। यदि कोई भी व्यक्ति इस संक्रमित बीमारी से ग्रसित है,। तो इसे शुरुआती चरण में ही उपचार के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। लेकिन जब यह शरीर को संक्रमित कर दें तो फिर इसका उपचार अभीतक संभव नहीं हो पाया है।इस बीमारी की रोकथाम एवं जागरूकता के लिए सरकार ने प्रखंड के रमना एवं सिलीदाग पंचायत के मंगरा मौज को चयनित किया है। इस क्षेत्र में इस संक्रमित बीमारी की फैलने की संभावना को को देखते हुए इसके रोकथा एवं संक्रमित व्यक्ति की पहचान कर फैलने से पहले ही रोकथाम के लिए माइक्रो फाइलेरिया सर्वे 2025 जाँच अभियान 1 नवंबर से 4 नवंबर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगर ऊंटरी के द्वारा रात्रि में रक्त पट संग्रह सह फाइलेरिया हाथी पाँव जांच कार्यक्रम रात्रि 8:00 बजे से 12:00 बजे तक गांव मोहल्ले में किया जा रहा है।यह बीमारी परजीवी बुचेरेरिया बैनक्राफ्टी और बुगिया मलेई जैसे निमाटोड क्रीमी के कारण होता है।
इस संक्रमित बीमारी का लक्षण प्रारम्भ में नहीं दीखता है।संक्रमित व्यक्ति में 8 से10 वर्ष बाद दिखता तब तक बहुत देर हो चूका होता है।इस बीमारी का वाहक क्यूलेक्स क्विकवेफैसिआटस और मैनसोनिया नामक मच्छर होता है। जो संक्रमित व्यक्ति के खून पिने के बाद किसी भी स्वस्थ्य आदमी को काटने के बाद संक्रमित करता है। यह बीमारी त्वचा से होते हुए लसिका तंत्र तक फैल जाता है जो दिन में निष्क्रिय रहता है लेकिन रात्रि में पूर्णरूप से सक्रिय हो जाता है। इसीलिए इसके लक्षण के जाँच हेतु रात्रि में ही खून का नमूना लिया जाता क्योंकि लोग रात में ज़ब आराम करते है तो यह परजीवी लसीका के सहारे खून में फैल कर खून संचार को अवरुद्ध कर देता है और इस बीमारी से प्रभावित अंग धीरे-धीरे सड़ने लगता है।
इस जाँच कार्यक्रम में प्रारम्भ में ग्रामीण हिचक रहे थे लेकिन मुखिया प्रतिनिधि एवं जाँच कर्मियों द्वारा इस बीमारी के बारे में समझाने पर कुल 77 ग्रामीणों का खून का नमूना लिया गया। इस मौके पर काउंसलर संजय कुमार यादव, एमपीडब्लू अनूप कुमार नंदकुमार, संजय कुमार यादव, एलटी श्रीराम, पिरामल के शिवशागर कुमार, स्वास्थ्य सहिया परवीन बीबी एवं ग्रामीण उपस्थित थे।