भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्य समिति सदस्य रामलाला दुबे ने कांडी में प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया है कि लगातार आपदा विपदा की मार झेलते हुए किसानों ने धान का फसल पैदा किया लेकिन खरीदने वाला कोई नहीं है। गरज में किसान औने पौने दाम में व्यापारी को देने के लिए मजबूर है। जिस प्रकार झारखंड सरकार किसानों के साथ ना इंसाफी कर रही है सरकार ने अपना दिवालिया पन का परिचय दे रही है। लगातार किसान सरकार की उदासीनता को झेल रहे है। सुखाड़ एवं बाढ़ का किसान को एक पैसा मुआवजा नहीं मिला। नीलगाय ,सुअर , हाथी आदि जंगली जानवर द्वारा लगातार किसानों की फसल को नुकसान किया जा रहा है। किसान मुआवजा के लिए और जानवरों से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन से लेकर सरकार तक बार बार आग्रह कर रहे हैं लेकिन सरकार पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है। इन सभी आपदा विपदा को झेलते हुए किसान ने धान का फसल पैदा किया आज 20 नवंबर तक जिले में धान खरीद केंद्र नहीं खोला गया है।
श्री दुबे ने कहा कि गढ़वा जिला के गरीब किसान कृषि पर आधारित है धान बेचकर उसी पैसा रवि की बोवाई करते है धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से किसान काफी निराश है। सरकार की उदासीनता के चलते सभी जिला के कुछ किसानों का पिछले साल का धान का पैसा बकाया है अन्नदाता किसान की दर्द समझने वाला इस सरकार में कोई नहीं है जबकि सरकार में बैठे सभी मंत्री अधिकारी अन्नदाता के अन्न खाते हैं रामलाला दुबे ने जिला प्रशासन और उपयुक्त महोदय से आग्रह करते हुए कहा है कि किसानों की दर्द को समझते हुएं यथाशीघ्र सभी पंचायतों में क्रय केंद्र खुलवाया जाए।