रमना थाना क्षेत्र में गहने चोरी की दो घटनाओं के बाद अब पशुपालको के भेड़ चोरी की घटना से लोग भयभीत हैं। बुधवार को भागोडीह पंचायत के मांझीगावाँ झुरहा के भेड़ पालक प्रमोद पाल एवं पारसनाथ पाल के भेड़ चोरी की घटना से व्यवसायी वर्ग के बाद पशुपालक पालक भी भयभीत हैं।
जानकारी अनुसार प्रमोद पाल व पारसनाथ पाल के भेड़ गम्हरिया पंचायत के प्रसाद साह के खेत में गत दिनों से बैठाया जा रहा था, प्रतिदिन के तरह मंगलवार के रात्री भी उक्त व्यक्ति के खेत में भेड़ बैठाया गया। प्रमोद पाल के पिता एवं पारसनाथ के भेड़ चरवाहा रखवाली के लिए भेड़ो के जाल लगे झुण्ड के बगल में ही सोये थे लेकिन जाल काटकर कब भेड़ हाँक कर ले गये पता भी नहीं चला।सुबह में ज़ब जगे तो जाल कटा और भेड़ गायब थे इसकी सुचना चरवाहो द्वारा घर वालो को दी गयी,घरवालों ने भेड़ो को खोजने लगे इसी क्रम में सुबह सिलीदाग पंचायत के दोकरी में मूंगालाल के खेत में भेड़ के बच्चे चरते दिखे तो खेत मालिक द्वारा भेड़ पलकों को सूचित किया। भेड़ मालिक ने भेड़ो के बच्चों को पहचान कर घर लाया और बथान से भेड़ो के खुर के निशान से खोजने लगे तो पाया की भेड़ो के झुण्ड को खेत के रास्ते गम्हरिया से सिलीदाग पंचायत होते हुए दोकरी में नकछेदी बांध तक ले गये और यही पर चार चक्का गाड़ी का निशान मिला जिस पर संभवतः बड़े भेड़ो प्रमोद पाल के 46 और पारसनाथ पाल के 40 कुल 86 भेड़ो क़ीमत करीब आठ लाख साठ हजार रूपये को चोर ले उड़े इस बात की जानकारी पशु पालक द्वारा दी गयी।
इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी आकाश कुमार बताये की भेड़ चोरी का लिखित शिकायत मिला हैं प्राथमिकी दर्ज कर इसकी जाँच की जा रही।