कांडी-प्रखण्ड के गाड़ाखुर्द पंचायत व गाँव के हजारों एकड़ में लगा धान की फसल पंडी नदी के बाढ़ में तीन दिनों से डूबा हुआ है।बड़ी मुश्किल से किसानों ने धान की सफल लगाए थे । इससे पूर्व इन्ही किसानों का धान का बिचड़ा सोन व पंडी नदी के बाढ़ में एक सप्ताह तक डूबा हुआ था।जिसमें अधिकांश किसानों का बिचड़ा पानी में सड़ गया था।अब रोपा हुआ धान का फसल डूब गया।गाड़ाखुर्द गाँव के किसान अरुण दुबे ,सीताराम दुबे,ललन द्विवेदी,पृथ्वीनाथ द्विवेदी नारायणपुर गाँव के राम स्वरूप मेहता,बुचुन चौधरी,सुरेश मेहता,प्रवेश चौधरी, लाल बिहारी चौधरी व विष्णु सिंह,बासुदेव सिंह, श्याम बिहारी चौधरी ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि बाढ़ में धान का बिचड़ा सड़ जाने के बाद किसानों ने दूर दूर से कांडी, डूमरसोता,हैदरनगर, पांडु तथा अपने रिश्तेदारों के यहां से पैसा से धान का बिचड़ा खरीदकर लाकर खेतों में लगाए थे।तीन सौ रुपया कट्ठा के हिसाब से खरीदकर धान का रोपनी किए थे लेकिन बाढ़ में सब खत्म हो गया।कुछ लोग एक सप्ताह पहले धान का रोपनी किए थे जबकि कुछ किसानों का अभी रोपनी हो रहा है।