रमना प्रखंड में यूरिया खाद की किल्लत को लेकर बुधवार को माहौल तनावपूर्ण रहा। प्रखंड के विभिन्न गांवों से सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष किसान खाद वितरण केंद्रों पर पहुंचे और खाद न मिलने की शिकायत को लेकर हंगामा किया। गुस्साए किसानों ने दुकानों के बाहर नारेबाजी की और प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रमना थाना पुलिस को मौके पर पहुंचना पड़ा, जिन्होंने लोगों को समझा-बुझाकर माहौल को शांत कराया।
किसानों का कहना था कि दुकानदार और कुछ रसूखदार लोगों के संरक्षण में खाद का वितरण चुनिंदा लोगों तक सीमित होकर रहा गया है। प्रभावशाली लोग आसानी से खाद प्राप्त कर लेते हैं, जबकि गरीब और जरूरतमंद किसान दिनभर लाइन में खड़े रहने के बावजूद खाली हाथ लौट रहे हैं। किसानों ने आरोप लगाया कि दुकानदार कभी सर्वर डाउन होने तो कभी पॉस मशीन खराब होने का बहाना बनाकर उन्हें गुमराह करते हैं। इससे उनकी फसलों को समय पर खाद नहीं मिल पा रहा, जिससे उनकी आजीविका पर संकट मंडरा रहा है।
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने कड़ा रुख अपनाते हुए चेतावनी दी कि यदि खाद की आपूर्ति को सुगम और पारदर्शी नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगी। किसानों ने प्रशासन से मांग की कि खाद वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जाए और सभी किसानों को उनकी जरूरत के अनुसार समय पर खाद उपलब्ध कराया जाए।