बरडीहा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत जीका आंगन बाड़ी केंद्र दो में सेविका एवं सहायिका का नये शिरे से चयन उपायुक्त के निर्देशानुसार हो चुका है,जिसमें सेविका चमेली देवी (पति: धर्मेंद्र पाल )तथा सहायिका पार्वती देवी (पति: अशरेश राम )का चुनाव हो चुका है। फिर भी 7 अक्टूबर दिन मंगलवार को आंगनबाड़ी केंद्र प्रथम के सेविका बिणा देवी एवं ग्रामीणों के द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र दो में बिना ग्राम सभा के चयन का हवाला देते हुए ताला बंद कर दिया गया है। जिससे बच्चों को आज पांचवे दिन भी तालाबंदी होने के कारण पेड़ के नीचे पहाड़ी पर घास फुस में पढ़ने पर विवश हो रहे हैं।
इस संबंध में बरडीहा पंचायत के पंचायत सचिव सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उपायुक्त के निर्देशानुसार प्रखंड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार के निर्देश पर वे शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्र जब पहुंचे तो बच्चे पेड़ के नीचे पढ़ रहे थे तथा आंगनबाड़ी केंद्र सेकंड में ताला अभी भी जड़ा हुआ था ,तथा मौके पर उपस्थित आंगनबाड़ी प्रथम की सेविका बीना देवी एवं दो नंबर आंगन बाड़ी केंद्र के सेविका चमेली देवी मौके पर उपस्थित थीं,जिसे बंद की गई सरकारी भवन का कारण पूछने पर प्रथम आंगनबाड़ी केंद्र के सेविका बिना देवी ने बताई की सभी ग्रामीणों के द्वारा ताला बंद कया गया है तथा इसका विरोध बरडीहा पंचायत की मुखिया सरोज देवी सहित अन्य ग्रामीणों के द्वारा उपायुक्त को लिखित आवेदन देकर चयन प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगाकर ताला बंद किया गया है ,तथा पुनः फिर से आंगनबाड़ी केंद्र स्थल पर आम सभा के माध्यम से चयन प्रक्रिया कराने की मांग की गई है,चाभी की मांग पंचायत सचिव द्वारा मांगने पर वह चाभी ग्रामीणों के पास होने की बात कही, जबकि पंचायत सचिव श्री सिंह के द्वारा बताया गया की चाबी उक्त सेविका बिना देवी के पास ही था, उन्होंने अविलंब आंगनबाड़ी के नव चयनित दो के चमेली देवी सेविका को चाबी सौंपने की बात कही, परंतु शनिवार तक आंगनबाड़ी केंद्र में ताला बंद होने की बात बतायी गई। जिससे छोटे-छोटे मासूम बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र में भेजे गए अभिभावकों को तालाबंदी के कारण काफी आक्रोश व्याप्त है, तथा अविलंब नये चयनित चमेली देवी सेविका एवं सहायिका पार्वती देवी को चाबी सौंपने की बात कही गई है।
इधर मिली जानकारी के अनुसार आंगनवाड़ी चयन प्रक्रिया को लेकर ग्रामीण दो भागों में बंटे हुए हैं।