रमना करीब 15 वर्ष पूर्व में बनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति आज भी दयनीय है। इस केंद्र का निर्माण 2008 में बेहतर स्वाथ्य सुविधा के लिए हुआ था। तबसे लेकर आज तक इस केंद्र में संपूर्ण चिकित्सिय व्यवस्था नहीं हो पाई इस केंद्र की हालत यह है की यह आज भी नगर अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभार पर संचालित होता है प्रभार विहीन इस अस्पताल में चिकित्सिय उपकरण के घोर अभाव है, जिससे ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रहा है। इस केंद्र में वर्तमान में एक ही बीएएमएस चिकित्सक प्रवीण कुमार हैं जिनका डिप्टी सप्ताह में मात्र तीन दिन है बाकी चार दिन सीएचओ के भरोसे ही चलता है।
15 वर्ष हो जाने के बाद भी इस स्वास्थ्य केंद्र के दुर्दशा को लेकर ग्रामीणों में असंतोष हैं। ग्रामीणों को आज भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए बंशीधर नगर या गढ़वा जाना पड़ता हैं। अगर इमरजेंसी केस मारपीट हो या एक्सीडेंटल हो उसके लिए भी लोगों को काफी परेशानी का सामना डॉक्टर को नहीं रहने सें करना पड़ता। इस समस्या को दूर करने के लिए ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक अनंत प्रताप देव को इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को संपूर्ण स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा दिलाने का मांग किया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रभार विहीन एवं नगर अनुमंडल के प्रभाव से संचालन होने से यह केंद्र आज भी उपेक्षीत रहता है, जिससे स्वास्थ्य सम्बन्धित उपकारणों के साथ ही साफ-साफ सफाई का भी समुचित प्रबंध नहीं हैं, यह दो मंजिला स्वास्थ्य केंद्र केवल रेफरल बन कर रह गया हैं। इस केंद्र में चार एमबीबीएस डॉक्टर का पोस्ट है लेकिन एक एमबीबीएस डॉक्टर का भी पोस्टिंग नहीं है और एएनएम जीएनएम का भी पोस्ट खाली है किसी तरह अस्पताल संचालित हो रहा है केंद्र में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मी भी समुचित व्यवस्था नहीं होने से मायूस हैं। इस केंद्र का प्रभार कोड कब का ही लागु हो गया हैं लेकिन यह केंद्र आज भी प्रभार विहीन हैं इस सम्बन्ध में दबे जुबां यह चर्चा हैं कि इस केंद्र कि प्रभार के लिए चिकित्सकों से मोटी रकम कि मांग कि जा रही हैं, जिसके कारण कोई भी प्रभार लेना नहीं चाहता।
करचा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का सम्पूर्ण दर्जा के लिए लिखित आवेदन देकर विधायक अनंत प्रताप देव से ग्रामीणों ने मांग किया, इस पर विधायक ने आश्वासन दिए हैं कि इस बात को वो स्वास्थ्य मंत्री के पास रखेंगे जिसका समाधान अवश्य होगा। मांग करने वाले सैकड़ो ग्रामीणों में विजय शंकर राम पुनिता देवी, पूनम देवी, संगीता देवी अयोध्या प्रसाद यादव, सुरसेन यादव, रमेश यादव इत्यादि शामिल है।